Raw Turmeric Pickle | Kachhi Haldi ka Achar | कच्ची हल्दी का अचार

Raw Turmeric Pickle


Ingredients :

Fresh Raw Turmeric - 250 gram
Lemon - 250 gram
Mustard oil - 1/2 cup
Fenugreek seeds powder - 2.5 tsp
Mustard seeds powder - 2.5 tsp
Salt - 2.5 tsp
Ginger powder (Sonth powder) - 1 tsp
Red Chilli powder - 1/2 tsp
Hing (Asafoetida) - 1/4 tsp

Method :

1. Turmeric leaves yellow stains. To prevent this wear gloves and then peel the turmeric
2. Scrap the dark skin of the turmeric completely using a knife
3. Now wash the turmeric and wipe with a cloth and grate it.
4. Heat oil in a pan till smoke starts coming out from oil
5. Till then squeeze juice from the lemons
6. Turn off the flame after oil is heated
7. Let it cool down for 2 minutes. It should remain hot.
8. Add hing, fenugreek powder, mustard powder and grated turmeric in the warm oil
9. Add salt, ginger powder and red chilli powder
10. Mix it very nicely
11. Add lemon juice and mix nicely
12. Transfer the pickle in a bowl and cover it for 4-5 hours
13. Stir it nicely again so that the taste of all ingredients is absorbed in turmeric
14. You can enjoy the pickle now or can keep it in Sun for 2-3 days to increase its shelf life and make it more delicious.
15. Take a ceramic or glass container that is washed in boiling water and dried nicely in Sun
16. Transfer the pickle in this container. You can store it for a month and enjoy it.
17. If you want to keep the Pickle for longer time, add mustard oil enough to submerge the pickle. Then you can keep it for six months.

कच्ची हल्दी का अचार

सामग्री :

कच्ची हल्दी - २५० ग्राम
निम्बू - २५० ग्राम
सरसों का तेल - १/२ कप
मेथी दाना पाउडर - २.५ छोटा चम्मच
सरसों का पाउडर - २.५ छोटा चम्मच
नमक - २.५ छोटा चम्मच
सोंठ पाउडर - १ छोटा चम्मच
लाला मिर्च पाउडर - १/२ छोटा चम्मच
हींग - १/४ छोटा चम्मच

विधि :

१. हल्दी से हाथ पीले हो जाते हैं. इससे बचने के लिए हाथ में प्लास्टिक के दस्ताने पहन लें और हल्दी को छीलें 
२. हल्दी के ऊपर के काले छिलके को पूरी तरह से चाकू से खुरच कर निकाल दें
३. अब हल्दी को धो कर एक कपडे से पोंछ लें और कस लें 
४. एक पैन में तेल गरम करें जब तक उसमे से धुआं निकलने लगे
५. तब तक नीम्बुओं का रास निकाल लें
६. तेल गरम हो जाये तो आंच बंद कर दें 
७. तेल को २ मिनट ठंडा होने दें. तेल को एकदम ठंडा नहीं करना है.
८. तेल में हींग, मेथी दाना पाउडर, सरसों का पाउडर, कसी हुई हल्दी डालें 
९. नमक, सोंठ पाउडर, लाल मिर्च पाउडर डालें 
१०. सारी सामग्री को अच्छे से मिलायें
११. निम्बू का रास डालें और अच्छे से मिलायें
१२. अचार को एक कांच के बाउल में निकाल लें और ४-५ घंटे के लिए ढक कर रख दें 
१३. फिर अच्छे से चला लें ताकि सब मसलों का स्वाद हल्दी में अच्छे से मिल जाये
१४. आप अचार का आनंद अभी ले सकते हैं या २-३ दिन धूप में रख सकते हैं. इससे ये ज्यादा दिन तक रखा जा सकता है और स्वाद भी बाद जाता है. 
१५. एक कांच या चीनी मिटटी के मर्तबान को खुटले पानी से धो कर धूप में अच्छे से सूखा लें 
१६. अचार को इस मर्तबान में डाल लें. आप इसको एक महीने तक रख कर खा सकते हैं. 
१७. अगर आप अचार को ज़्यादा दिन तक रखना चाहते हैं तो सरसों के तेल इतना डालिये की अचार उसमे पूरी तरह डूब जाये. फिर इसे आप छह महीने तक रख सकते हैं. 

हल्दी का अचार गुणों में जितना अच्छा है स्वाद में भी उतना ही बेमिसाल। बहुत काम तेल में बना ये अचार "स्वस्थ्य भी स्वाद भी" वाक्यांश को चरितार्थ करता है |  हल्दी का अचार डायबिटीज को और  पुरूषों को प्रोस्टेट कैंसर के खतरे से भी दूर रखता है। 
हल्दी में प्रोटीन, विटामिन ए, कार्बोहाईड्रेट और मिनरल्स की प्रचुर मात्रा के अलावा एंटी-ऑक्सीडेंट,एंटी-फंगल और एंटीसेप्टिक तत्वों वाले कई सारे ऐसे औषधिय गुण पाए जाते हैं। जिसकी वजह से हल्दी का उपयोग न सिर्फ हमें कैंसर,सर्दी -खांसी जैसी गंभीर बीमारियों से बचाता है और सेहतमंद बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि हमारी खूबसूरती को बढ़ाने में भी बेहद कारगर साबित होता है।

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